मरियम के साथ यात्रा - भाग 2 [ईश्वर की कृपा में बढ़ना] ईश्वर ने हमें अपने लिए ही बनाया है। उनसे सयुंक्त होने से ही हम अपने जीवन में अर्थ और जीवन भी पा सकते हैं। अपने पाप के कारण मनुष्य ईश्वर से अलग हुआ। उनसे अलग, मनुष्य निर्जीव और मरा हुआ है। ईश्वर हमें प्रभु येसु के जीवन और मृत्यु के फलों को संस्कार के रूप में कलीसिया के द्वारा देते हैं। ईश्वर जीवन ही कृपा कहलाता है। मरियम ईश्वर से जुड़ी रहीं; इसलिए वह ईश्वरीय कृपा से परिपूर्ण थीं। हम मरियम के सामन ईश्वरीय जीवन में, ईश्वरीय कृपा में बढ़ने के लिए बुलाए जाते हैं। इस रहस्य को गहराई से जानने फादर जार्ज मेरी क्लारट की सुनिए। Click the link, to listen to the episode https://anchor.fm/greatergloryofgod/episodes/---2-elhs6a
FOR THE GREATER GLORY OF GOD