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मरियम का एलिजाबेथ से मिलन - भाग 02 [लूकस 1:40-41] Reflection on the Visitation - Part 02 (Luke 1:40-41)

मरियम का एलिजाबेथ से मिलन - भाग 02 [लूकस 1:40-41]   Reflection on the Visitation - Part 02 (Luke 1:40-41)  जब दुनिया मुक्तिदाता की इन्तजार कर रही थी, निर्धारित समय पर ईश्वर अपने एकलौता पुत्र को मुक्तिदाता के रूप में भेजे। मरियम उसी येसु को दुनिया को देने निकल पडती है। मरियम और एलिजाबेथ, दोनों के गर्भ - येसु और योहन बप्तिस्ता - एक दूसरे से मिलते हैं। आइये हम सब मिलकर, माँ मरियम की संगति में फादर जार्ज मेरी क्लारट साथ इस आनंद के मिलन पर मनन करें। When the world was awaiting the Savior, God sent His only Son to redeem the wor ld. Mary goes in a hurry to give the Savior, in her womb, to the world. Mary and Elizabeth, Jesus, and John the Baptist meet each other and converse. John meets His Master and God and is so joyful that he can't, but express his joy by leaping in his mother's womb. Come, let's join contemplating on this Joyful Mystery along with Mary through Fr. C. George Mary Claret (Archdiocese of Raipur). सुनने के लिए क्लिक करें Kindly click to listen https://www.google